एक्सरसाइज करने के तरीके और लाभ -हानि



व्यायामवह क्रिया है जिसके द्वारा अपने शरीर को स्वस्थ रखा जाता है। एक्सरसाइज करने के पीछे कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं जैसे:-मांसपेशियों को विकसित करना, ह्रदय और शरीर के अन्य अंगों को स्वस्थ रखना, वजन घटाना और वजन बढ़ाना। एक्सरसाइज कई लोगों की हॉबी भी होती है, जो व्यायाम करते हैं उन्हें अंदर से एक गुड फीलिंग आती है। एक्सरसाइज करने से सभी को बहुत लाभ होते हैं, अगर हम अपने डेली रूटीन में एक्सरसाइज  को शामिल कर ले तो हम बहुत सारी बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं। साथ ही अपनी शारीरिक वृद्धि भी पूर्ण रूप से होती है।व्यायाम जरूरी नहीं हम मशीनों से करें साइकिलिंग, डांसिंग ,फुटबॉल ,बैडमिंटन ऐसी क्रियाएं हैं जो एक्सरसाइज को मजेदार बना देती है। 

सुबह व्यायाम के फायदे:- 

सुबह का व्यायाम आपको शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी बलवान बनाता है। एक्सरसाइज करने पर आपका डाइजेस्टिव सिस्टम स्ट्रांग बनता है, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, हड्डियां मजबूत बनती है, ह्रदय संबंधी रोग ठीक होते हैं।सुबह की एक्सरसाइज करने से बच्चों की भूख बढ़ती है और उन्हें रात को नींद भी अच्छी आती है। सुबह के समय  फ्रेश  हवा मिलती है जिससे आपका श्वसन तंत्र स्वस्थ रहता है।
सुबह के समय भीड़ कम होती है तो वॉक करने में परेशानी नहीं आती, पार्क में भी क्राउड कम होता है जिससे आप आसानी से एक्सरसाइज कर सकते हैं।इस समय बॉडी का मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ा हुआ रहता है जिससे  एक्सरसाइज आपके एक्स्ट्रा फैट्स  को कम करने में आपकी सहायता करती है, सुबह वाली एक्सरसाइज से नींद बहुत अच्छी आती है।  एक्सरसाइज के बाद आप फ्रूट्स एंड वेजिटेबल्स खा सकते हैं क्योंकि फ्रूट्स और वेजिटेबल्स में ज्यादा फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। नाश्ते में आप ओट्स, भीगे हुए चने और दही भी खा सकते हैं।                                       

शाम को व्यायाम के फायदे:-  

जो लोग वर्किंग है या अपनी टाइट शेड्यूल के कारण या अन्य किन्ही  कारणों के कारण सुबह एक्सरसाइज को टाइम नहीं दे पाते हैं या रात में लेट होने की वजह से सुबह जल्दी नहीं उठ पाते हैं वह शाम को भी वर्कआउट कर सकते हैं।इसमे वार्मअप करने की जरूरत नहीं है।
वार्मअप  क्या है:-
कोई भी एक्सरसाइज करने से पहले वार्मअप जरूरी है, इसके लिए आप पार्क में दौड़ सकते हैं , साइकिलिंग, रस्सी कूदना और डांस भी कर सकते हैं। सुबह के मुकाबले आप शाम को ज्यादा वर्कआउट करते हैं ऐसा करने से स्ट्रेस हार्मोन का लेवल कम हो जाता है जिससे आप तनाव मुक्त हो जाते हैं अर्थात स्ट्रेस फ्री हो जाते हैं।हम हमारे टाइम टेबल के हिसाब से सेट कर सकते हैं कि हमें किस टाइम एक्सरसाइज करनी है। शाम को 4:00 से 7:00 के बीच का टाइम बेस्ट है उस समय शारीरिक क्षमता बढ़ी हुई रहती है तो काफी वर्कआउट कर सकते हैं। शाम को एक्सरसाइज हमारी सारे दिन की थकावट दूर करती है और स्ट्रेस कम करती है।
आइए जानते हैं एक्सरसाइज कितने प्रकार की होती है:-

मेडिटेशन:-


 यह ब्रेन की कसरत है।सुबह जल्दी उठकर 20 मिनट मेडिटेशन करें तो यह बहुत फायदेमंद होता है।इस  समय एकदम शांत वातावरण होता है और हम आत्म चिंतन करते हैं तो परमात्मा से जुड़ते हैं। यह एकदम सही समय है मेडिटेशन के लिए चित्त एकदम शांत होता है और एकाग्रता बढ़ती है।
    
वाकिंग:- 













इस व्यायाम के लिए ना तो मशीनो की  और ना ही किसी पर्टिकुलर जगह की आवश्यकता होती है।सुबह शाम या रात को खाना खाने के बाद आप वॉक पर जा सकते हैं जो बहुत ही आसान होता है। वाकिंग के साथ-साथ आप जोगिंग भी कर सकते हैं जो की बहुत ही लाइट एक्सरसाइज है ,जोगिंग से हमारा श्वसन तंत्र स्वस्थ रहता है, हृदय मजबूत बनता है और यह रक्त परिसंचरण को भी बढ़ाता है।


योगा:-














ऐसी कसरत जिसमें सांसों की क्रिया के द्वारा शरीर को स्वस्थ बनाया जाता है। इस क्रिया के द्वारा हम रिलैक्स रहते हैं खुश रहते हैं जागरूक रहते हैं। सुबह- सुबह योग के द्वारा हम टॉक्सिन को बाहर निकालते हैं और शरीर में ऑक्सीजन ज्यादा भरते हैं जिसके द्वारा हम साइनस ,डायबिटीज और एलर्जी जैसी कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं।योग से हमारा इम्यून सिस्टम स्ट्रांग बनता है मांसपेशियां मजबूत बनती है और शरीर लचीला हो जाता है जिससे शरीर में अकड़न नहीं होती है।

एरोबिक्स:-














एरोबिक्स में ट्रेनर संगीत पर व्यायाम सिखाते हैं। आजकल के युवक -युवती इसे ज्यादा पसंद करते हैं। यह एक्सरसाइज वजन कम  करने में और फिट रहने मे सहायक है। एरोबिक्स करने से हमारा हृदय स्वस्थ रहता है और रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
आइसोटोनिक एक्सरसाइज:-वह कसरत जिसमें हमारा शरीर अधिक क्रियाशील हो या अधिक गतिविधि करता रहे उसे आइसोटोनिक एक्सरसाइज कहते हैं अपनी बॉडी को सुडोल बनाने के लिए लोग इसका प्रयोग करते हैं जैसे दौड़ना, साइकिलिंग, माउंटिंग, क्रिकेट आदि। 
आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज:-













ऐसी एक्सरसाइज जिसमें हम वजन को उठाते हैं और आगे पीछे धकेल देते हैं इसमें कम हलचल में मांसपेशियों को ज्यादा काम करना पड़ता है इससे पेशियों का आकार जल्दी बढ़ता है। यह एक्सरसाइज ज्यादातर पहलवान करते हैं इससे स्टैमिना ज्यादा बढ़ता है। 

स्पोर्ट्स एक्सरसाइज:- 
















ज्यादातर लोगों को एक्सरसाइज करना बोरिंग लगता है इसलिए वह वर्कआउट ही नहीं करते।खेल एक ऐसी गतिविधि है जिसमें व्यक्ति का मनोरंजन भी होता रहता है और साथ में एक्सरसाइज भी होती रहती है। खेल खेलते समय हमारी शारीरिक वृद्धि तो होती ही है साथ में मानसिक स्थिति भी अच्छी रहती है। यह खेल जैसे- फुटबॉल ,बैडमिंटन, क्रिकेट आदि।

डांस:-
 

डांस भी एक तरह की एक्सरसाइज है जिसमें हमारी पूरी बॉडी की हलचल होती है। डांस से हमारा हार्ट हैल्थी  रहता है और बॉडी से एक्स्ट्रा फैट्स को निकाल दिया जाता है। 

एक्सरसाइज की हानियां:-

कसरत भी एक लिमिट में करी जाए तो फायदेमंद होती है लेकिन अगर आप कसरत  लिमिट से ज्यादा करते हो तो यह आपकी बॉडी पर विपरीत प्रभाव डालती है। ज्यादा एक्सरसाइज करने से व्यक्ति थकान और कमजोरी महसूस करता है। मांसपेशियों में सूजन पैदा हो जाती है। लिमिट से अधिक एक्सरसाइज एक लत की तरह होती है।जब हम ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं तो हमारी इम्यूनिटी वीक हो जाती है और हमारे शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।
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