हम यह नहीं बोल सकते कि हमें रोटी को भोजन से हटा देना चाहिए लेकिन जो gluten sensitiveहै उन्हें glutenवाले आहार को कम मात्रा में लेना चाहिए।
gluten क्या है:-
यह गेहूं में पाया जाने वाला एक प्रकार का प्रोटीन है जो आटे को बांधकर रखता है। यह लसलसा तत्व आटे में लचक पैदा करता है, यह दो प्रोटीन से जोड़कर बनता है।
- gliadin और
- glutenin
gliadinआटे को पानी से मिलाकर रबर जैसा बना देता है जिससे वह पदार्थ हानिकारक साबित होता है। glutenजौ ,राई में भी पाया जाता है। यह प्रोटीन पानी में घुलता नहीं है अर्थात् insolubleहोता है।
gluten से होने वाली हानियां:-
- पाचन शक्ति कमजोर :-glutenसे खाना digest होने में परेशानी आती है, digestive system weakहोता है।पेट में दर्द ,अपच, दस्त, गैस आदि हो जाते हैं।
- सिलिएक रोग:- gluten से सिलिएक नामक रोग हो जाता हैै इससे ग्रसित व्यक्ति पेट की बीमारियों से जूझता है और छोटीआंत की mucosa layerको हानि पहुंचती है। intestineमें जगह-जगह छेद हो जाते है और वो खाना पचाने मैं असहायक हो जाती है। यह बीमारी अनुवांशिक होती है।
- वजन घटना:-ग्लूटेन से एलर्जी होने वाले व्यक्ति का वजन नहीं बढ़ता है उसे डायरिया, खून की कमी, हड्डियों की कमजोरी जैसे रोग लग जाते हैं।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता कम:-इससे हमारा immune system weakहो जाता है शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।
- growthरुकना:- जिस व्यक्ति को glutenसे allergy है और वह gluten वाले खाने का अधिक सेवन करता है तो उसकी growth रुक जाती है ना तो उसका वजन बढ़ता है और ना ही लंबाई।
- osteoporosis:-इससे प्रभावित व्यक्ति को ग्लूटेन युक्त भोजन अधिक मात्रा में लेने पर joint painहो जाता है। हड्डियों में कमजोरी आ जाती है जिससे osteoporosis नामक रोग हो जाता है।
gluten free diet:-जिस भोजन में ग्लूटेन की मात्रा नही पाई जाती है उसे gluten free diet
कहते हैं, ऐसा भोजन body को detoxकरने का काम करता है।
कहते हैं, ऐसा भोजन body को detoxकरने का काम करता है।
gluten free diet के उदाहरण:-
- अनाज में बाजरा ,मक्का ,क्विनोआ और चावल।
- fruits, vegetables जो ग्लूटेन फ्री हो।
- दूध दही और सभी प्रकार के डेरी पदार्थ।
- सभी प्रकार के nutsऔर बीज।
- सभी तरह के वनस्पति तेल और घी।
ग्लूटेन के लिए tTG-IgA antibody test किया जाता है। इसे Tissue transglutaminase antibody testकहते हैं। इसकी जांच blood sampleके द्वारा होती है। test हम किसी भी समय करवा सकते हैं इसके लिए खाली पेट जाना जरूरी नहीं है। test कराने के बाद जिसकी report positive आती है उसे हम gluten sensitive बोल सकते हैं
लक्षणों के आधार पर कभी भी gluten free diet follow नही करनी चाहिए।
Report positive आने पर चिकित्सीय परामर्श में ही diet follow करनी चाहिए।
2 comments:
Good information ����
👍its very helpful information
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